पाकिस्तान की ड्रामा क्वीन वीना मलिक एक बार फिर से विवादों में हैं, वो लगातार कश्मीर को लेकर ट्वीट कर रही हैं और भारतीयों पर निशाना साध रही हैं लेकिन इस बार वो ट्विटर पर नोबेल विजेता मलाला यूसुफजई से भिड़ गईं , यही नहीं, उन्होंने उन्हें अनफॉलो तक कर दिया है। वीना का कहना है कि मलाला ने कश्मीर पर जो कहा है, वो सही नहीं है, वीना को शिकायत है कि मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाने वाली मलाला ‘भारत के कब्जे वाले कश्मीर’ के विशेष दर्जे में बदलाव पर चुप क्यों हैं?
वीना और मलाला आपस में भिड़ीं
वीना ने इस मामले में ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि मुझे हैरत हो रही है कि अगर तुम कश्मीर के मसले से परिचित हो तो तुमने अभी तक इस पर भारत को क्यों नहीं कुछ कहा। मैं तुम्हें अनफॉलो कर रही हूं।’
Funny! I dnt even live there n still india n indian media wants me to uphold or favour their ferocity in #Kashmir .NO ONE in the world Including all human rights organisations Favouring this act of repressing kashmiris.its not just veenamalik its the world talking Nw @Twitter
— VEENA MALIK (@iVeenaKhan) August 10, 2019
वीना ने मलाला का उड़ाया मजाक
हालांकि वीना के ट्वीट पर मलाला ने भी जवाब दिया है उन्होंने कहा कि मैंने तो शांति की बात की है, मैंने तो भारत या पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, आपको बता दें कि मलाला ने कश्मीरियों को ‘अपने मुल्क दक्षिण एशिया’ का निवासी बताया, जिस पर वीना ने मलाला का मजाक उड़ाते हुए कहा कि अच्छा तो मलाला का संबंध एक ऐसे मुल्क से है जो अभी-अभी अस्तित्व में आया है।
मलाला का संबंध पाकिस्तान से
बता दें, मलाला का संबंध पाकिस्तान से है और 2012 में उन्हें स्वात में स्कूल से लौटते वक्त गोली मारी गई थी क्योंकि उन्होंने लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाई थी। इलाज के लिए उन्हें ब्रिटेन ले जाया गया जहां उन्होंने आगे की पढ़ाई की। बच्चों की शिक्षा की दिशा में काम करने के लिए साल 2014 में उन्हें भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था।
लगातार जारी है वीना मलिक की बयानबाजी
जम्मू और कश्मीर के मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए वीना मलिक ने कहा था “बोलने यानी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता स्वतंत्रता का मूल मानवाधिकार है और कश्मीर में संचार के सभी चैनलों को अवरुद्ध कर दिया गया है। दुनिया ये नहीं जानती कि कश्मीर में क्या हो रहा है, कश्मीरी लोगों के विचारों को क्यों दबाया जा रहा है? दुनिया के सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत आखिर क्या छिपाने की कोशिश कर रहा है?,ऐसे समय में मुझे पाकिस्तानी इंडस्ट्री का हिस्सा होने का गर्व महसूस हो रहा है। हमारे एक्टर्स आगे आए और एक ऐसे मुद्दे के खिलाफ आवाज उठाई जो इस समय चिंता का विषय है, इस क्रूरता और अन्याय को समाप्त करने का वक्त है।”
मलाला ने की शांति बहाली की अपील
मलाला यूसुफजई ने अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा -‘जब मैं बच्ची थी, जब मेरे माता-पिता बच्चे थे, जब मेरे दादा-दादी युवा थे, तब से ही कश्मीर के लोग युद्ध वाली हालत के बीच जी रहे हैं, पिछले सात दशकों में कश्मीर के बच्चे हिंसा के बीच ही बड़े हुए हैं, मैं कश्मीर के बारे में इसलिए फ़िक्र करती हूं, क्योंकि दक्षिण एशिया मेरा घर है, वो घर है, जिसे मैं 1.8 बिलियन लोगों के साथ शेयर करती हूं, जिनमें कश्मीरी भी शामिल हैं, हम अलग संस्कृति, धर्म, भाषा, खान-पान और रीति-रिवाज को रिप्रेजेंट करते हैं, और मुझे विश्वास है कि हम सब शांति से रह सकते हैं, अलग-अलग भिन्नता के सभी लोग दुनिया को जो भी तोहफे देते हैं, मैं जानती हूं हम उसकी कद्र कर सकते हैं।
विशेष राज्य का दर्जा खत्म
बता दें जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का बिल गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा और लोकसभा में पेश किया था, जिसके बाद सदन के सदस्यों ने जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा मानते हुए, इस बिल को भारी बहुमत के साथ दोनों सदनों से पारित कराया हालांकि अब नए कानून के तहत धारा 370 का केवल एक खंड जम्मू-कश्मीर पर लागू होगा, अब जम्मू कश्मीर से लद्धाख अलग हो गया है और ये दोनों केंद्रशासित प्रदेश होंगे, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी लेकिन लद्धाख में विधानसभा नहीं होगी।